दुआ पर शायरी, स्टेटस, कोट्स, फोटो एवं कविता | दुआ शायरी 2 लाइन्स | बुजुर्गों की दुआ शायरी | आशीर्वाद भरी शायरी | बेटे के लिए दुआ शायरी | Best Dua Shayari, Status, Quotes, Images, Poetry & Thoughts In Hindi
दुआ पर शायरी, स्टेटस, कोट्स, फोटो एवं कविता | दुआ शायरी 2 लाइन्स | बुजुर्गों की दुआ शायरी | आशीर्वाद भरी शायरी | बेटे के लिए दुआ शायरी | Best Dua Shayari, Status, Quotes, Images, Poetry & Thoughts In Hindi :-
Find the Best दुआ Shayari, Status, Quotes from top Writer's only on हिन्दी Express. Also find trending photos.
मेरे अन्दर कुछ टूटा हैं,
बस दुआ करो वो दिल ना हो।
अभी राह में कई मोड़ हैं कोई आएगा कोई जाएगा,
तुम्हें जिस ने दिल से भुला दिया उसे भूलने की दुआ करो ।
किसी ने चूम के आँखों को ये दुआ दी थी,
ज़मीन तेरी ख़ुदा मोतियों से नम कर दे।
मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हूँ ऐ खुदा,
किश्मत में कोई ऐसा लिख दे जो मौत तक वफादार रहे।
दुआ करो की सलामत रहे मेरी हिम्मत,
ये एक चिराग कई आँधियों पर भारी है।
मेरी तलब था एक शख़्स वो जो नहीं मिला तो फिर,
हाथ दुआ से यूँ गिरा भूल गया सवाल भी।
हज़ार बार जो माँगा करो तो क्या हासिल,
दुआ वही है जो दिल से कभी निकलती है।
उल्फत-ए-यार में खुदा से और माँगू क्या,
ये दुआ है कि तू दुआओं का मोहताज न हो।
वो आ गए मिलने हमसे एक शाम तन्हाई मिटाने,
और हम समझ बैठे इसे अपनी दुआओं का असर।
लौट आती है हर बार दुआ मेरी खाली,
जाने कितनी ऊँचाई पर खुदा रहता है।
तेरी मोहब्बत की तलब थी इसलिए हाथ फैला दिए,
वरना हमने तो अपनी ज़िन्दगी की भी दुआ नहीं माँगी।
धागा ही समझ, तू अपनी "मन्नत" का मुझे,
तेरी दुआओ के मुकम्मल होने का दस्तूर हूँ मैं।
जो लोग दूसरो को अपनी दुआओं में शामिल करते हैं,
खुशियाँ सब से पहले उन्हीं के दरवाज़े पे दस्तक देती हैं।
दुआ कौन सी थी बस याद नही,
दो हथेलीयां जुङी थी एक तेरी थी एक मेरी।
दुआएँ मिल जाये यही काफी है,
दवाए तो कीमत अदा करने पर मिल ही जाती हैं।
मैंने वहाँ भी तुझे माँगा था,
जहाँ लोग सिर्फ खुशियाँ माँगा करते हैं।
हमसे भी पूछ लो कभी हाल-ए-दिल हमारा,
कभी हम भी कह सकें की दुआ है आपकी।
भले ही तू जाते जाते मेरे दिल को इतने ज़ख़्म दे गयी,
लेकिन फिर भी मेरे दिल के हर ज़ख़्म तुझे दुआ ही देंगे।
हर एक दुआ में हम तो यही कहते हैं,
वो सदा खुश रहें जो दिल में मेरे रहते हैं।
जब दिल करता है कुछ करूं,
तो तुम्हारे लिए दुआ कर देता हूँ।
जान तक देने की बात होती है यहाँ,
पर यकीन मानिये दुआ तक दिल से नही देते है लोग।
न जाने किसने पढ़ी है मेरे हक़ में दुआ,
आज तबियत में जरा आराम सा है।
नसीब की बात मत करो,
दुआ तकदीर बदल देती है।
जिनकी आप कदर नहीं कर रहे है न,
यकीन माने कुछ लोग उन्हें दुआओं में मांग रहे हैं।
किसी को देने के लिए,
दुआ भी एक बेहतर तोहफा है।
Comments
Post a Comment