तन्हा / तन्हाई शायरी, स्टेटस, कोट्स, कविता | Best Tanhai / Alone Shayari, Status, Quotes, Poetry & Thoughts
तन्हा / तन्हाई शायरी, स्टेटस, कोट्स, कविता | Best Tanhai / Alone Shayari, Status, Quotes, Poetry & Thoughts :-
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यूँ तो हर रंग का मौसम मुझसे वाकिफ है मगर,
रात की तन्हाई मुझे कुछ अलग ही जानती है।
कहने लगी है अब तो मेरी तन्हाई भी मुझसे,
मुझसे कर लो मोहब्बत मैं तो बेवफा भी नहीं।
चला जाऊंगा जैसे खुद को तनहा छोड़ कर,
मैं अपने आपको रातों में उठकर देख लेता हूँ।
हर वक़्त का हंसना तुझे बर्बाद ना कर दे,
तन्हाई के लम्हों में कभी रो भी लिया कर।
रोते हैं तन्हा देख कर मुझको वो रास्ते,
जिन पे तेरे बगैर मैं गुजरा कभी न था।
ना ढूंढ़ मेरा किरदार दुनियाँ की भीड़ में,
वफादार तो हमेशा तन्हा ही मिलते है।
अपनी तन्हाई में खलल यूँ डालूँ सारी रात,
खुद ही दर पे दस्तक दूँ और खुद ही पूछूं कौन हैं?
फुर्सत में याद करना हो तो मत करना,
हम तन्हा ज़रूर है मगर फिज़ूल नही।
मेरी तन्हाई को मेरा शौक न समझना,
बहुत प्यार से दिया है ये तोहफा किसी ने।
क्या टुटा है अंदर क्यों चेहरा कुम्हलाया हैं,
तन्हा तन्हा रोने वाले कौन तुम्हे याद आया है।
एक पुराना मौसम लौटा याद भरी पुरवाई भी,
ऐसा तो कम ही होता है वो भी हो तनहाई भी।
कितनी अजीब है इस शहर की तन्हाई भी,
हजारों लोग हैं मगर कोई उस जैसा नहीं है।
ये भी शायद ज़िंदगी की इक अदा है दोस्तों,
जिसको कोई मिल गया वो और तन्हा हो गया।
सहारा लेना ही पड़ता है मुझको दरिया का,
मैं एक कतरा हूँ तनहा तो बह नहीं सकता।
मेरी तन्हाई को मेरा शौक न समझना,
बहुत प्यार से दिया है ये तोहफा किसी ने।
इस तरह हम सुकून को महफूज़ कर लेते हैं,
जब भी तन्हा होते हैं तुम्हें महसूस कर लेते हैं।
तन्हाई की आग में कहीं जल ही न जाऊँ,
के अब तो कोई मेरे आशियाने को बचाले।
हुआ है तुझसे बिछडने के बाद ये मालूम,
कि सिर्फ तू नहीं था, तेरे साथ मेरी एक पूरी दुनिया थी।
इस तन्हाई का हम पे बड़ा एहसान है साहब,
न देती ये साथ अपना तो जाने हम किधर जाते।
अब तो उन की याद भी आती नहीं,
कितनी तन्हा हो गईं तन्हाइयाँ।
ख़मोशी के हैं आँगन और सन्नाटे की दीवारें,
ये कैसे लोग हैं जिन को घरों से डर नहीं लगता।
मुसाफ़िर ही मुसाफ़िर हर तरफ़ हैं,
मगर हर शख़्स तन्हा जा रहा है।
किस से कहु अपनी तन्हाई का आलम,
लोग चहरें के हसी देख बहुत खुश समझते हैं।
इन उदास कमरों के कोनों की गीली तन्हाई,
वक़्त की धूप के साथ सूख ही जायेगी।
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