हैप्पी सावन पर शायरी, स्टेटस, कोट्स, कविता एवं हार्दिक शुभकामनाएँ संदेश इन हिन्दी | सावन की हरियाली शायरी | बेमौसम बारिश शायरी | ब्यूटीफुल बारिश शायरी | सावन की बरसात शायरी | पतझड़ सावन शायरी | सावन की घटा शायरी | Happy Sawan Shayari, Status, Quotes, Poetry & Thoughts
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अब के सावन में शरारत ये मिरे साथ हुई,
मेरा घर छोड़ के कुल शहर में बरसात हुई।
बरस रही थी बारिश बाहर,
और वो भीग रहा था मुझ में।
जितना हँसा था उससे ज़्यादा उदास हूँ,
आँखों को इन्तज़ार ने सावन बना दिया।
वो तेरा शरमा के मुझसे यूँ लिपट जाना,
कसम से हर महीने में सावन सा अहसास देता है ।
लाख बरसे झूम के सावन मगर वो बात कहाँ,
जो ठंडक पङती है दिल में तेरे मुस्कुराने से।
कितनी जल्दी ये मुलाकात गुजर जाती हैं,
प्यास बुझती भी नहीं और बरसात गुजर जाती हैं।
रहने दो कि अब तुम भी मुझे पढ़ सकोगे,
बरसात में कागज कि तरह भीग गया हूं मैं।
बारिश हो ही जाती हैं मेरे शहर में फराज,
कभी बादलों से तो कभी आंखों से।
रिमझिम - रिमझिम बरस रही हैं,
याद तुम्हारी कतरा - कतरा।
मुझे मार ही ना डालें इन बादलों की साजिश,
ये जब से बरस रहे हैं तुम याद आ रहे हो।
मेरा शहर तो बारिशों का घर ठहरा,
यहाँ कि आँखें हो दिल बहुत बरसती हैं।
कभी जी भर के बरसना, कभी बूँद - बूँद के लिए तरसाना।
ऐ बारिश तेरी आदते मेरी यार जैसी हैं।
वो तेरा शरमा के मुझसे यूँ लिपट जाना,
कसम से हर महीने में सावन सा अहसास देता है।
वो भला क्यूँ कदर करते हमारे अश्को की,
सुना है सावन उनके शहर पर कुछ ज्यादा मेहरबान रहता है।
सावन की बूंदों में झलकती है उसकी तस्वीर,
आज फिर भीग बैठे उसे पाने की चाहत में।
वो तेरा शरमा के मुझसे यूँ लिपट जाना,
कसम से हर महीने में सावन सा अहसास देता है।
पतझड़ दिया था वक़्त ने सौगात में मुझे,
मैने वक़्त की जेब से ‘सावन’ चुरा लिया।
जितना हँसा था उससे ज़्यादा उदास हूँ,
आँखों को इन्तज़ार ने सावन बना दिया।
रोक कर बैठे हैं कई समंदर आँखों में
दगाबाज़ हो सावन तो क्या हम खुद ही बरस लेंगे
ऐ बारिश जरा थम के बरस,
जब मेरा यार आ जाए तो जम के बरस,
पहले ना बरस कि वो आ ना सके,
फिर इतना बरस की वो जा ना सके।
मुझे मालूम है तूमनें बहुत बरसातें देखी है,
मगर मेरी इन्हीं आँखों से सावन हार जाता है।
लाख बरसे झूम के सावन मगर वो बात कहाँ,
जो ठंडक पङती है दिल में तेरे मुस्कुराने से।
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