सावन / श्रावण सोमवार पर शायरी, स्टेटस, कोट्स, मैसेज एवं कविता | पहले / अंतिम सावन सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएँ संदेश | Happy Sawan Somvar Shayari Quotes SMS Message in Hindi Download Sawan Somvar Best wishes Full HD Photo Pics images wallpaper Sawan Somvar Facebook Whatsapp Status Shayari Photo Picture
सावन / श्रावण सोमवार पर शायरी, स्टेटस, कोट्स, मैसेज एवं कविता | पहले / अंतिम सावन सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएँ संदेश | Happy Sawan Somvar Shayari Quotes SMS Message in Hindi Download Sawan Somvar Best wishes Full HD Photo Pics images wallpaper Sawan Somvar Facebook Whatsapp Status Shayari Photo Picture :-
नमस्कार दोस्तों, भगवान् शिव जिन्हें देवो का देव कहा जाता है। जो अपने रूद्र रूप के लिए सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। हिन्दू धर्म के अनुसार ऐसा माना जाता है की श्रावण सोमवार एक ऐसा त्यौहार है जो भगवान् शिव को प्रसन्न करने के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए सभी हिन्दू धर्म के लोग श्रावण सोमवार के महत्व को समझते हुए इस दिन का पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव का उपवास रखते है। श्रावण मास महत्वपूर्ण इसलिए भी माना जाता है क्योंकि इस मास में भगवान् शिव की मन से आराधना करने पर भगवान् शिव उस भक्त के सारे दुखो का नाश कर लेते है और उसे मनचाहे इच्छा की प्राप्ति भी होती है।
इस लेख में आपको भगवान् शिव से जुड़े कुछ खास मेसेजेस और स्टेटस जानने को मिलेंगे जिनकी मदद से आप अपने परिवार के लोगो, दोस्तों को सावन की बधाई या शुभकामनाएँ दे सकते है।
नशा उनके भक्ति की अनंतकाल तक होगी,
मोहब्बत अब हमें अपने महाकाल से होगी।
कर्ता करे न कर सके, शिव करे सो होय।
तीन लोक नौ खंड में, महाकाल से बड़ा न कोय।।
ना किसी आभाव में जीते हैं, ना किसी के प्रभाव में जीते हैं।
भगवान शिव के भक्त हैं हम, सिर्फ अपने स्वभाव में जीते हैं।।
जो अमृत पीते हैं उन्हें देव कहते हैं,
और जो विष पीते हैं उन्हें देवों के देव महादेव कहते हैं।
ॐ नमः शिवाय्
पवित्र सावन मास के पहले सोमवार के अवसर पर आप सभी को सपरिवार अनन्त शुभकामनाये।
ओम में ही आस्था,
ओम में ही विश्वास,
ओम में ही शक्ति,
ओम में ही सारा संसार,
ओम से होती है
अच्छे दिन की शुरुआत,
बोलो ओम नम: शिवाय….
राम भी उसका रावण भी उसका
जीवन उसका मरण भी उसका..
तांडव है और ध्यान भी वो है,
अज्ञानी का ज्ञान भी वो है..
क्या करूँगा मैं अमीर बन कर,
मेरा महाकाल तो फकीर का दीवाना है।
भक्ति में है शक्ति बंधू शक्ति में संसार है,
त्रिलोक में है जिसकी चर्चा उन शिव जी का आज त्यौहार है।
सावन के सोमवार की बधाई।।
अदभुत भोले तेरी माया,
अमरनाथ में डेरा जमाया,
नीलकंठ में तेरा साया,
तू ही मेरे दिल में समाया।
अकाल मृत्यु वो मरे जो, काम करे चांडाल का,
काल भी उसका क्या करे, जो भक्त हो महाकाल का।
शिव की ज्योति से नूर मिलता है,
सबके दिलो को सुरूर मिलता हैं,
जो भी जाता है भोले के द्वार,
कुछ न कुछ ज़रूर मिलता हैं।
शिवोहम शिवोहम शिवोहम यही हैं आदि और यही आह्नाद चारों दिशाओं में आप ही आप भूल कर भी न भूले आप को हम भोलेनाथ ! जय शिव शम्भू जय शिवनाथ!
नाम ऊँचा है सबसे महादेव का वन्दना इसकी करते है सब देवता इसकी पूजा से वरदान पाते है सब शक्ति का दान पाते है सब नाग असुर प्राणी सब पर ही भोले का उपकार हुआ अन्त काल में भवसागर में उसका बेड़ा पार हुआ।
विश्व का कण कण शिव मय हो,
अब हर शक्ति का अवतार उठे,
जल थल और अम्बर से फिर,
बम बम भोले की जय जयकार उठे।
कर्ता करे न कर सके शिव करे सो होये,
तीन लोक नो खंड में शिव से बड़ा ना कोय।
ना पूछो मुझसे मेरी पहचान मैं तो भस्मधारी हूँ,
भस्म से होता जिनका श्रृंगार मैं उस महाकाल का पुजारी हूँ।
सावन सोमवार की शुभकामनाएं।।
भोलेनाथ के दरबार में दुनिया बदल जाती है,
रहमत से हाथ की लकीर बदल जाती है,
लेता है जो भी दिल से भोलेनाथ का नाम,
एक पल में उसकी तकदीर बदल जाती है।
भूतकाल को अभी भूल मत वर्तमान अभी बाकी है,
ये तो भोलेनाथ की एक लहर है अभी तो तूफ़ान आना बाकी है।
आपका सोमवार शुभ हो।।
ओम में ही विश्वास,
ओम में ही शक्ति,
ओम में ही सारा संसार,
ओम से होती है
अच्छे दिन की शुरुआत,
बोलो ओम नम: शिवाय….
राम भी उसका रावण भी उसका
जीवन उसका मरण भी उसका..
तांडव है और ध्यान भी वो है,
अज्ञानी का ज्ञान भी वो है..
क्या करूँगा मैं अमीर बन कर,
मेरा महाकाल तो फकीर का दीवाना है।
भक्ति में है शक्ति बंधू शक्ति में संसार है,
त्रिलोक में है जिसकी चर्चा उन शिव जी का आज त्यौहार है।
सावन के सोमवार की बधाई।।
अदभुत भोले तेरी माया,
अमरनाथ में डेरा जमाया,
नीलकंठ में तेरा साया,
तू ही मेरे दिल में समाया।
अकाल मृत्यु वो मरे जो, काम करे चांडाल का,
काल भी उसका क्या करे, जो भक्त हो महाकाल का।
शिव की ज्योति से नूर मिलता है,
सबके दिलो को सुरूर मिलता हैं,
जो भी जाता है भोले के द्वार,
कुछ न कुछ ज़रूर मिलता हैं।
शिवोहम शिवोहम शिवोहम यही हैं आदि और यही आह्नाद चारों दिशाओं में आप ही आप भूल कर भी न भूले आप को हम भोलेनाथ ! जय शिव शम्भू जय शिवनाथ!
नाम ऊँचा है सबसे महादेव का वन्दना इसकी करते है सब देवता इसकी पूजा से वरदान पाते है सब शक्ति का दान पाते है सब नाग असुर प्राणी सब पर ही भोले का उपकार हुआ अन्त काल में भवसागर में उसका बेड़ा पार हुआ।
विश्व का कण कण शिव मय हो,
अब हर शक्ति का अवतार उठे,
जल थल और अम्बर से फिर,
बम बम भोले की जय जयकार उठे।
कर्ता करे न कर सके शिव करे सो होये,
तीन लोक नो खंड में शिव से बड़ा ना कोय।
ना पूछो मुझसे मेरी पहचान मैं तो भस्मधारी हूँ,
भस्म से होता जिनका श्रृंगार मैं उस महाकाल का पुजारी हूँ।
सावन सोमवार की शुभकामनाएं।।
भोलेनाथ के दरबार में दुनिया बदल जाती है,
रहमत से हाथ की लकीर बदल जाती है,
लेता है जो भी दिल से भोलेनाथ का नाम,
एक पल में उसकी तकदीर बदल जाती है।
भूतकाल को अभी भूल मत वर्तमान अभी बाकी है,
ये तो भोलेनाथ की एक लहर है अभी तो तूफ़ान आना बाकी है।
आपका सोमवार शुभ हो।।
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