Best Ehsaas Shayari, Status, Quotes, Poetry & Thoughts | एहसास पर वायरल खुबसूरत शेर शायरी
Best Ehsaas Shayari, Status, Quotes, Poetry & Thoughts | एहसास पर वायरल खुबसूरत शेर शायरी :-
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एक तेरा ही तो ख्याल हैं मेरे पास,
वरना कौन अकेले में मुस्कराता हैं।
खामोशी भेज रहे हैं खत में,
अल्फाज तुम पढ़ लेना।
आँखों में उमड़ आता है बादल बन कर,
दर्द एहसास को बंजर नहीं रहने देता।
दुरुस्त कर ही लिया मैंने नजरिया अपना,
कि दर्द न हो तो मोहब्बत मजाक लगती है।
मोहब्ब्बत के एहसास ने हम दोनों को छुआ था,
फर्क सिर्फ इतना था की उसने किया था और मुझे हुआ था।
एक दिन तुम्हे एहसास होगा कि क्या था मैं तुम्हारे लिए,
पर तब तक मैं तुम्हारी जिंदगी से बहुत दूर जा चुका हूँगा।
इतनी चाहत के बाद भी तुझे एहसास ना हुआ,
जरा देख तो ले दिल की जगह पत्थर तो नहीं।
एहसास-ए-मुहब्बत के लिए बस इतना ही काफी है,
तेरे बगैर भी हम, तेरे ही रहते हैं।
सुनो, इतनी भी लापरवाही तेरी ठीक नहीं☺
हमें दिल में रख कर भुल जाते हों।
उनकी ना थी गलती हम ही कुछ गलत समझ बैठे,
वो मोहब्बत से बात करते थे हम मोहब्बत ही समझ बैठे।
रहता रहा दिवारो में,
तुम होते तो घर होता।
तेरे दीदार के खातिर आते हैं तेरी गलियों में,
वर्ना आवारगी के लिए तो पुरा शहर पड़ा हैं।
नींद ना भी आए तो सो जाया करो,
देर रात तक जागने से मोहब्बत लौटा नहीं करती।
तुम्हे क्या पता किस दर्द मे हु मै,
जो कभी लिया ही नही उस कर्ज़ मे हु मैं।
चेहरे अजनबी हो जाये तो कोई बात नही,
रवैये अजनबी हो जाये तो बडा दर्द होता है।
दर्द का एहसास जानना है तो प्यार करके देखो,
अपनी आँखों में किसी को उतार कर देखो,
चोट उनको लगेगी आँसू तुम्हें आ जायेंगे,
ये एहसास जानना हो तो दिल हार कर देखो।
अपनी हालात का ख़ुद एहसास नहीं मुझको,
मैंने औरों से सुना है कि परेशान हूं मैं।
ये मत पूछ के एहसास की शिद्दत क्या थी,
धूप ऐसी थी के साए को भी जलते देखा।
मेरे दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो,
इंतज़ार उसका है जिसे मेरा एहसास तक नहीं।
मेरे लिए एहसास मायने रखता है,
रिश्ते का नाम चलो तुम रख लो।
जब लगा था 'तीर' तब इतना दर्द ना हुआ था,
जख्म का एहसास तब हुआ, जब कमान देखी अपनो के हाथ।
तकलीफ़ मिट गई मगर एहसास रह गया,
ख़ुश हूँ कि कुछ न कुछ तो मेरे पास रह गया।
वजूद शीशे का हो तो पत्थरों से मोहब्बत नहीं करते,
एहसास-ए-चाहत ना मिले तो हस्ती बिखर जाती है।
कितना प्यार है तुमसे वो लफ़्ज़ों के सहारे कैसे बताऊँ,
महसूस कर मेरे एहसास को गवाही कहाँ से लाऊं।
मोहब्बत एक दम ग़म का एहसास होने नही देती,
ये तितली बैठती है ज़ख़्म पर आहिस्ता-आहिस्ता।
होगा तुझे भी मेरी कमी का एहसास,
एक बार मुझे मर तो जाने दो।
तुम्हारे साथ होने से,
सब के पास होने का एहसास होता है।
किसी से बस इतना ही नाराज होना,
कि उसे आपकी कमी का एहसास हो जाए।
दर्द का एहसास तो तब होता है,
जब किसी से मोहब्बत हो और उसके दिल में कोई और होता है।
मेरी बहकी हुई बातों का बुरा मत मानो,
मेरे एहसास को तहज़ीब कुचल देती है।
इसी तूफ़ान में घिर जाते हैं लाखों साहिल,
एक राही जिसे एहसास न हसरत न तलब।
बात सहरा में चली जब हमारी प्यास की,
दूर तक फैली रही फिर चाँदनी एहसास की।
इन से ज़िंदा है ये एहसास कि ज़िंदा हूँ मैं,
शहर में कुछ मेरे दुश्मन हैं बहुत अच्छा है।
कौन तन्हाई का एहसास दिलाता है मुझे,
ये भरा शहर भी तन्हा नज़र आता है मुझे।
अब तो ये भी नहीं रहा एहसास,
दर्द होता है या नहीं होता।
दीवारों से मिल कर रोना अच्छा लगता है,
हम भी पागल हो जाएँगे ऐसा लगता है।
हम तो कुछ देर हँस भी लेते हैं,
दिल तो हमेशा उदास ही रहता है।
Aman Singh |
मैं अमन सिंह आपका स्वागत करता हूं अपने इस ब्लॉग पर, आपको यहां बहुत ही खूबसूरत शायरियों का कलेक्शन मिलेगा। मैं आशा करता हूं आपको ये शायरियां पसंद आयेगी।
धन्यवाद।।
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