आम पर शायरी, स्टेटस, कोट्स, कविता, जोक्स इन हिन्दी | Aam Shayri Status In Hindi | Mangoes Poetry
आम पर शायरी, स्टेटस, कोट्स, कविता, जोक्स इन हिन्दी | Aam Shayri Status In Hindi | Mangoes Poetry :-
दोस्तों आम पर शेर ओ शायरी का एक अच्छा संकलन हम यहां पर प्रकाशित कर रहे है, उम्मीद है यह आपको पसंद आएगा और आप विभिन्न शायरों और लेखको के “आम” के बारे में खयालात जान सकेंगे। अगर आपके पास भी “आम” पर शायरी हैं तो उसे कमेन्ट बॉक्स में ज़रूर लिखें।
कुछ लोग इस जग में न जाने कैसे अपने माँ से ऊब जाते हैं,
हम तो आम का आचार देखते ही माँ के याद में डुब जाते हैं।
इंसान के हाथों कि बनाई नहीं खाते,
हम आम के मौसम में मिठाई नहीं खाते।
मोड़ पे देखा है वो बूढ़ा-सा इक आम का पेड़ कभी?
मेरा वाकिफ़ है बहुत सालों से, मैं जानता हूँ
असर ये तेरे अन्फ़ास-ए-मसीहाई का है 'अकबर'
इलाहाबाद से लंगड़ा चला लाहौर तक पहुँचा
गर्मियों में आम हो जाते हैं आम
पीले पीले आमों के बढ़ जाते हैं दाम
जैसे ही गर्मी शुरू होती है जेहन में एक फल का नाम सबसे ज़्यादा आता है और वो है फलों का राजा आम
पोषण का धनी यह जब फल बाज़ार में आता है तो अपनी तमाम क़िस्मों और स्वादों से जी को ललचाने लगता है।
इसका शाही पीलापन बाकी सभी फलों को फीका कर देता है,
आम अपनी बेहतरीन मिठास के साथ स्वादिष्ट, गूदेदार और रसदार फल है।
फिजा महक उठती थी आम के बौराने से,
दिल्ली दहक उठ हैं मगर आम के बौराने से।
आम अब आम लोगो के पहुँच से दुर हो रहा हैं।
उसने कहा कि उसे आम पसंद हैं।
मैं आम बन गया।
उसने ये नही बताया था कि उसे आचार पसंद हैं।
बरखा के आने का आगाज क्या हुआ,
आम भी रसीले होने लगे अब☺☺
आमों के मंजर की महक फैल गई,
फिर भी मेरी कोयल अभी तक नही कुहकी।
पेड़ पर टंगे आम को चोट पहुँचाए एक अरसा बीत गया,
कुछ हुनर उम्र के साथ चले जाते हैं।
जिन्हें हम आम जनता कहते हैं,
दरअसल वो चुसी हुई गुठलियाँ हैं।
जब तक मैं आम था गुठली की तरह चुसा गया,
और जब मै जाम बना तो लोगों के हत्थे चढ़ने लगा।
मैं तेरे बगीचे का आम तो नहीं कि,
जी चाहा उठा लिया, जी चाहा चूस कर फेंक दिया।
आम आदमी, आम कहां,
कीमत तो उसकी संतरे जितना भी नही हैं।
जिसे आम से हो प्यार,
वो गर्मी से कैसे करे इन्कार।
ये बनारस हैं बाबूजी,
यहां गंगा उल्टी हैं और आम लंगडा।
आम पर कविता इन हिन्दी :-
नामा न कोई यार का पैग़ाम भेजिए
इस फ़स्ल में जो भेजिए बस आम भेजिए
ऐसा ज़रूर हो कि उन्हें रख के खा सकूँ
पुख़्ता अगरचे बीस तो दस ख़ाम भेजिए
मालूम ही है आप को बंदे का ऐडरेस
सीधे इलाहाबाद मिरे नाम भेजिए
ऐसा न हो कि आप ये लिखें जवाब में
तामील होगी पहले मगर दाम भेजिए
आम पर जोक्स इन हिन्दी :-
बस इतनी सी बात पर हमारा परिचय तमाम होता है,
हम उस रास्ते नही जाते जिस रास्ता पर आम होता है।
TC👮: – ये विकलांग लोगो का डिब्बा है इसमें क्यों सफर कर रहे हो?
👳: – जी सर मेरे साथ ये 🍋है।
TC..:- ये तो आम है।😠😠
जी हाँ लेकिन ये लँगड़ा आम है।
यहां भी होगा वहां भी होगा,
अब तो सारे जहां में होगा,
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क्या?????
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आम का ठेला!! ठेला!! ठेला!! ठेला!!
आम का ठेला!! ठेला!! ठेला!!ठेला!!
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आम भेज रहे है तबियत से खाना। कहना मत की सिजन में आम नही भेजा
😜कम पड़े तो मेसेज करना फिर भेज देंगे।।
दों औरतें एक आम के
पेड़ के नीचे बैठ कर काफ़ी
देर से बातें कर रही थीं…
तभी अचानक पेड़ से एक
आम नीचे गिरा!
पहली औरत: अभी तो पेड़ो
पर आम कच्चे होते है
तो यह आम कैसे नीचे गिरा?
इससे पहले कि दूसरी
औरत कुछ बोलती, आम
खुद हाथ जोड़कर बोल पड़ा…
‘पक गया हूं बहन जी मैं
इतनी देर से तुम
दोनो की बातें सुन सुन कर!’
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