दौलत पर शायरी, स्टेटस, कोट्स एवं कविता इन हिन्दी | शोहरत पर शायरी | रिश्ते और पैसे शायरी | Best Daulat Shayari, Status, Quotes, Poetry & Thoughts In Hindi | Shohrat Shayari In Hindi
दौलत पर शायरी, स्टेटस, कोट्स एवं कविता इन हिन्दी | शोहरत पर शायरी | रिश्ते और पैसे शायरी | Best Daulat Shayari, Status, Quotes, Poetry & Thoughts In Hindi | Shohrat Shayari In Hindi :-
लुटा कर प्यार की दौलत खरीदे दर्द और आंसू,
मिली जो इश्क़ में हमको जरा वो जागीर तो देखो।
दौलत वालों को दौलत मंद कहो,
अमीर वो है जो ज़मीर रखता है।
दुआएं इकट्ठी करने मे लगा हूं,
सुना है दौलत शौहरत साथ नही जाती।
बिखरने दो होंठों पे हँसी की फुहारों को,
प्यार से बात कर लेने से दौलत कम नहीं होती।
प्यार के दो मीठे बोल से खरीद लो मुझे,
दौलत दिखाई तो सारे जहां की कम पड़ेगी।
दोस्त को दौलत की निगाह से मत देखो,
वफा करने वाले दोस्त अक्सर गरीब हुआ करते है।
झोपड़ी में बसर कर ले, इमारत न बनायें।
जो दिल पर बोझ बने, वो दौलत न कमायें।।
दिल की उलझने रात का ख्वाब बेचकर,
क्या खूब कमाई दौलत हमने ख्वाब बेचकर।
दौलत तो विरासत में मिल सकती है,
लेकिन पहचान अपने दम पर बनानी पड़ती है।
जो दिल में घमंड रखकर बोलते है,
वही लोग इश्क़ को दौलत से तोलते है।
जो खानदानी रईस है वो अपना मिजाज नर्म रखते हैं,
जो अभी-अभी के अमीर है वो अपना तेवर गर्म रखते है।
बेशुमार दौलत कहती है मुझसे बुढ़ापे में आकर,
इतनी मेहनत करके भी सिर्फ तन्हाई ही कमाई है।
मेरी मोहब्बत की दौलत को वो इस तरह नीलाम कर गया,
महफिल में खुद तालियां बटोरी और हमें बदनाम कर गया।
पिता की दौलत पर घमंड करने में क्या खुद्दारी,
मज़ा तो तब है जब दौलत तुम्हारी हो और घमंड पिता करे।
अपने अफ़साने की शोहरत उसे मंज़ूर न थी,
उस ने किरदार बदल कर मेरा क़िस्सा लिखा।
खुली न मुझ पे भी दीवानगी मेरी बरसों,
मेरे जुनून की शोहरत तिरे बयाँ से हुई।
बस मेरा ज़िक्र आते ही महफ़िल उजड़ गई,
शैताँ के बा'द दूसरी शोहरत मिली मुझे।
शोहरत की बुलंदी भी पल भर का तमाशा है,
जिस डाल पे बैठे हो वो टूट भी सकती है।
जो देख के हँसता था हम जैसे फ़क़ीरों को,
शोहरत की बुलंदी से उतरा तो बहुत रोया।
गुमनाम थे तो सब की तरफ़ देखते थे हम,
शोहरत मिली तो अपनी ख़ुदी में सिमट गए।
कमाल कुछ भी नहीं और शोहरतों की तलब,
सँभल के तीर चलाना निशान ऊँचा है।
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