Top Aaina Shayri Status In Hindi | Mirror Shayri | आईना पर शायरी, स्टेटस, कोट्स, कविता इन हिन्दी
Top Aaina Shayri Status In Hindi | Mirror Shayri | आईना पर शायरी, स्टेटस, कोट्स, कविता इन हिन्दी :-
इस मतलब की दुनिया में एक "आईना" ही सच बोलता हैं, वो वहीं दिखाता हैं जो वास्तव में होता हैं। अगर मुझसे पुछा जाएँ कि आईना क्या होता हैं? तो आपको मुझसे यहीं जवाब मिलेगा कि वो व्यक्ति/दोस्त जो आपको वास्तविक्ता बताये कि क्या सही हैं और क्या गलत। सबके जीवन में एक ऐसा आईना होना चाहिए। वैसे तो ये मेरा खुद का नजरिया था और हम यहां विभिन्न शायरो और लेखकों के द्वारा लिखी हुई रचनाओं को प्रकाशित कर रहे। उम्मीद हैं यह संकलन आपको पसन्द आएगा। अगर आपके पास भी आईना पर शायरी हैं तो उसे कामेन्ट बाक्स में जरूर लिखे।
आईना देखते हैँ वो छुप छुप के बार-बार,
कभी जुल्फेँ बिगाड़ कर कभी जुल्फेँ सँवार कर।
मेरे ऐबों को तलाशना बंद कर दिया है लोगों ने,
मैंने तोहफ़े में उन्हें जब से आईना दे दिया है।
तरस गये आपके दीदार को,
दिल फिर भी आपका इंतज़ार करता है,
हमसे अच्छा तो आपके घर का आईना है,
जो हर रोज़ आपका दीदार करता है।
न देखना कभी आईना भूल कर देखो
तुम्हारे हुस्न का पैदा जवाब कर देगा
मैं तो फना हो गया उसकी एक झलक देखकर,
ना जाने हर रोज आईने पर क्या गुजरती होगी।
वो कहते हैं हम उनकी झूठी तारीफ़ करते हैं,
ऐ ख़ुदा एक दिन आईने को भी ज़ुबान दे दे।
तेरी आँखों में जब से मैंने अपना अक्स देखा है,
मेरे चेहरे को कोई आइना अच्छा नहीं लगता।
अन्दाज अपना देखते हैं आइने में वो,
और ये भी देखते हैं कोई देखता न हो।
पूछते हैं मुझसे की शायरी लिखते हो क्यों,
लगता है जैसे आईना देखा नहीं कभी।
सँवरती है वो देखकर आईना
सँवर जाए तो, आईना देखता है
आईना देख अपना सा मुँह ले के रह गए,
साहब को दिल न देने पे कितना ग़ुरूर था।
आईने में वो अपनी अदा देख रहे हैं,
मर जाये की जी जाये कोई उनकी बला से।
आईना देखकर तसल्ली हुई,
हमको इस घर में जानता हैं कोई।
किरदार अपना पहले बनाने की बात क़र,
फिर आइना किसी को दिखाने की बात कर।
ख्वाब का रिश्ता हकीकत से ना जोड़ा जाए,
आईना हैं इसे पत्थर से ना तोड़ा जाए।
आईना कुछ नहीं नज़र का धोखा हैं,
नज़र वही आता हैं जो दिल में होता हैं।
मैं आईना हूं टुटना मेरी फितरत हैं,
इसलिए पत्थरों से मुझे कोई गिला नहीं।
आईने में दिखता है टूटा सा अक्स अपना,
जख्मों की चोट खाकर यूं चटक सा गया हूं।
अब कैसे संभालू मैं अपने टूटे दिल के टुकड़े को,
अपने ही दिल के आईने में देखो बिखर सा गया हूं।
आईना भी तुम्हे देख आहे भरता होगा,
इतना भी खुद को निहारा ना कीजिये।
आइना कोई ऐसा बना दे ऐ खुदा जो,
इंसान का चेहरा नहीं, किरदार दिखा दे।
आईना देख के बोले ये सँवरने वाले,
अब तो बे-मौत मरेंगे मेरे पर मरने वाले।
प्यार अपने पे जो आता है तो क्या करते हैं,
आईना देख के मुँह चूम लिया करते हैं।
देखिएगा सँभल कर आईना
सामना आज है मुक़ाबिल का
देखना अच्छा नहीं ज़ानू पे रख कर आइना,
दोनों नाज़ुक हैं न रखियो आईने पर आइना।
हमें माशूक़ को अपना बनाना तक नहीं आता,
बनाने वाले आईना बना लेते हैं पत्थर से।
मुश्किल बहुत पड़ेगी बराबर की चोट है
आईना देखिएगा ज़रा देख-भाल के
आईना हूं तेरा, क्यूं इतना कतरा रहे हो।
सच ही कहूंगा, क्यूं इतना घबरा रहे हो ।।
शिक़ायत है, मुझे आईने से तुम्हारे।
तुम मुझसे मिलने आती हो,उससे मिलने के बाद।।
आईने को भी खूबसूरत बना देगी,
तुम्हारे चेहरे की मुस्कान।
अपने इमान की हिफाजत खुद से हैं मुकमल,
रूह के मुआयने के लिए कोई आईना नहीं होता।
झूठा है झूठ बात ये बोलेगा आईना,
आओ हमारे सामने हम सच बताएँगे।
सब अपनी गरज़ के यार है तू दोस्ती की बात न कर,
वक्त बड़ा बेरहम है ये तुझे भी आईना दिखाएगा।
आईना लेके जो भी आए हैं, हम भी उनका जमीर देखेंगे।
सब हैं तन्हा, सभी में खालीपन, आप किस किस की पीर देखेंगे।।
आईना नज़र लगाना चाहे भी तो कैसे लगाए,
काजल लगाती है वो आईने में देखकर।
हम आईना हैं आईना ही रहेंगे, फ़िक्र वो करें।
जिनकी शक्लो में कुछ और, दिल में कुछ और है।।
आईना भी देखे तो देखता रहे तुम्हे,
खूबसूरती की वो मिसाल हो तुम।
आईनों को ज़ंग लगा
अब मैं कैसा लगता हूँ
आईना ये तो बताता है कि मैं क्या हूँ मगर,
आईना इस पर है ख़ामोश कि क्या है मुझ में।
जो रेज़ा रेज़ा नहीं दिल उसे नहीं कहते,
कहें न आईना उस को जो पारा-पारा नहीं।
अन्य महत्वपूर्ण बातें :-
अगर आपको ये वेबसाइट अच्छी, दमदार, मस्त लगे तो इसे Bookmark करे
कमेंट बॉक्स में अपने दिल की बात जरूर लिखे ।
यह साइट देखने के लिए धन्यवाद् , आपका यहाँ फिर इंतज़ार रहेगा ।
Comments
Post a Comment