मतलबी लोग स्टेटस इन हिन्दी | मतलबी लोग शायरी | झूठे लोग शायरी | दोगले लोग शायरी | चालाक लोग शायरी | घटिया लोगों पर शायरी | स्वार्थी लोग शायरी | छोटे लोग शायरी | खुदगर्ज दोस्त शायरी | घटिया लोगों पर शायरी | मतलबी रिश्तेदार स्टेटस | Best Matlbi Dost / Selfish Friends Shayari, Status, Quotes, Poetry & Thoughts
मतलबी लोग स्टेटस इन हिन्दी | मतलबी लोग शायरी | झूठे लोग शायरी | दोगले लोग शायरी | चालाक लोग शायरी | घटिया लोगों पर शायरी | स्वार्थी लोग शायरी | छोटे लोग शायरी | खुदगर्ज दोस्त शायरी | घटिया लोगों पर शायरी | मतलबी रिश्तेदार स्टेटस | Best Matlbi Dost / Selfish Friends Shayari, Status, Quotes, Poetry & Thoughts :-
कहा जाता है की रिश्ते ऊपर वाला बनाता है| हर रिश्ता ख़ास होता है| चाहे दोस्त का, चाहे माँ और पिता का या फिर पति पत्नी का| हर रिश्ते का हमारे जीवन में अलग अलग महत्व होता है| हर रिश्ता निभाना आसान नहीं होता है| कुछ रिश्ते ऐसे होते है जो की सिर्फ मतलब के लिए ही बने होते है| जब उनका मतलब निकल जाता है वो आपसे रिश्ता तोड़ देते है| ऐसे ही कुछ मतलबी रिश्ते शायरी, मतलब की दुनिया पर हिंदी लाइन्स, मतलबी दुनिया शायरी, matlabi duniya shayari in hindi, matlabi dost shayari in hindi, मतलबी दुनिया शायरी इन हिंदी, matlabi duniya shayari in punjabi, matlabi duniya shayari image, matlabi dost shayari in urdu मतलबी रिश्ते शायरिया, हिंदी शायरी ऑन मतलबी दोस्त, शायरी, एसएमएस, संदेश, मेसेज समझ collection , मेसेज, कोट्स, स्टेटस, उद्धरण, एसएमएस, साहरी, sayaree जिसे की आप अपने गर्लफ्रेंड, बॉयफ्रेंड, प्रेमी, प्रेमिका, पति, पत्नी, दोस्त, या आदि के साथ फेसबुक, व्हाट्सप्प या अन्य किसी सोशल साइट्स पर शेयर कर सकते हैं।
मुझको क्या हक, मैं किसी को मतलबी कहूँ..
मैं खुद ही ख़ुदा को, मुसीबत में याद करता हूँ !
ढूॅढना ही है तो परवाह करने वालों को ढॅूढ़ीये साहेब…
इस्तेमाल करने वाले तो ख़द ही आपको ढॅूढ़ लेंगे…
इंसान की अच्छाई पर सब खामोश रहते हैं
चर्चा अगर उसकी बुराई पर हो, तो गूॅगे भी बोल पङते हैं।
मतलबी लडकी से अच्छी तो मेरी सिगरेट हे यारो……..
जो मेरे होठ से अपनी जिंदगी शुरू करती हे..
ओर मेरे कदमो के नीचे अपना दम तोड देती हे…!
अपने मतलब के लिये लोग, कितना बदल जाते हैं
वे अपनों को पीछे धकेल कर, आगे निकल जाते हैं
कोई मरता भी हो तो उनकी बला से,
वो तो लाशों पर पाँव रखकर, आगे निकल जाते हैं।
कोहनी पर टिके हुए लोग,
टुकङों पर बिके हुए लोग,
करते हैं बरगद की बातें
ये गमले में उगे हुए लोग।
दुनिया बहुत मतलबी है,
साथ कोई क्यों देगा,
मुफ्त का यहाँ कफ़न नहीं मिलता,
तो बिना गम के प्यार कौन देगा।
मतलबी दोस्तों की यहीं कहानी है,
चापलूसी करना उनकी निशानी है।
तेरी रुस्वाई से मुझे एक सबक मिला है
दुश्मन भी इतना नहीं करता जितना
तूने दोस्त बनके किया है।
कभी मतलब के लिए
तो कभी बस, दिल्लगी के लिए
हर कोई मुहब्बत ढूंढ रहा है
यहाँ ज़िन्दगी के लिये
कैसे करू भरोसा गैरो के प्यार पर,
अपने ही मजा लेते अपनो की हार पर।
मज़बूत होने में मज़ा ही तब है,
जब सारी दुनिया कमज़ोर कर देने पर तुली हो..
मसला यह भी है इस ज़ालिम दुनिया का ..
कोई अगर अच्छा भी है तो वो अच्छा क्यॅ है..
आज गुमनाम हूँ तो ज़रा फासला रख मुझसे..
कल फिर मशहूर हो जाऊँ तो कोई रिश्ता निकाल लेना..
देख के दुनिया अब हम भी बदलेंगे मिजाज़
रिश्ता सब से होगा लेकिन वास्ता किसी से नहीं
मेरी तारीफ करे या मुझे बदनाम करे,
जिसे जो बात करनी है सर-ए-आम करे।
दिल धोखे में है.
और
धोखेबाज दिल में…
मेरे अकेले रहने की एक वजह ये भी है,,,
कि मुझे झूठे और धोखेबाज लोगों से रिश्ता तोड़ने में देर नहीं लगती…
शायरी करने के लिये कुछ खास नही चाहिये ।
बस एक यार चाहिये वो भी मतलबी चाहिये।।
बहुत मतलबी निकला ए दिल तू मेरा होकर भी
धड़कता तो तू मेरे सीने में है पर किसी और का होकर।
इतने कहाँ मशरूफ हो गए हो तुम, आजकल दिल दुखाने भी नहीं आते…!
कभी आकर देखना मेरे दिल में, कि कितनी फ़ुर्सत से : यू पलटा मेरी किस्मत का सितारा मेरे दोस्तो उसने भी छोड़ दिया और अपनों ने भी।
लोग ख़ुद पर विश्वास खोने लगे है,
अब तो दोस्त भी मतलबी होने लगे है।
जो सच और कड़वा बोलता है,
वो मतलबी और धोखेबाज नहीं होता है।
मेरे बुरे वक्त में मेरी कमियाँ गिनाने लगे है,
मतलबी दोस्त, दोस्ती का मतलब समझाने लगे है।
कोई तुम सा भी काश तुम को मिले
मुद्दआ हम को इंतिक़ाम से है।
मतलबी लडकी से अच्छी तो मेरी सिगरेट हे यारो……..
जो मेरे होठ से अपनी जिंदगी शुरू करती हे..
ओर मेरे कदमो के नीचे अपना दम तोड देती हे…!
अपने मतलब के लिये लोग, कितना बदल जाते हैं
वे अपनों को पीछे धकेल कर, आगे निकल जाते हैं
कोई मरता भी हो तो उनकी बला से,
वो तो लाशों पर पाँव रखकर, आगे निकल जाते हैं।
कोहनी पर टिके हुए लोग,
टुकङों पर बिके हुए लोग,
करते हैं बरगद की बातें
ये गमले में उगे हुए लोग।
दुनिया बहुत मतलबी है,
साथ कोई क्यों देगा,
मुफ्त का यहाँ कफ़न नहीं मिलता,
तो बिना गम के प्यार कौन देगा।
सीख रहा हूँ मैं भी अब मीठा झूठ बोलने का हुनर,
कड़वे सच ने हमसे, ना जाने, कितने अज़ीज़ छीन लिए।
मैं तुम पर हर बार भरोसा करता हूँ
इतना सच्चा झूठ तुम्हारा होता है।
जी बहुत चाहता है सच बोलें
क्या करें हौसला नहीं होता।
नज़र आती नहीं मुफ़्लिस की आँखों में तो ख़ुशहाली
कहाँ तुम रात-दिन झूठे उन्हें सपने दिखाते हो।
आपकी झूठी बात पर भी जो वाह वाह करेंगे
वो ही दोगले लोग आपको तबाह करेंगे..
तू ले चल ऐ हवा , मुझे दूर यहाँ से
इस शहर में मेरे , हमराज़ बहुत हैं।
शायद मैं गुलों पे, ऐतबार भी कर लूं
मगर भंवरे यहां , धोखेबाज़ बहुत हैं।
किसको सुनाएं ,नादानियों के किस्से
सब लोग यहाँ , उम्रदराज़ बहुत हैं।
हर लड़की मतलबी नहीं होती छोड़ कर
जाने वाली
कुछ मजबूरिया होती है उनकी जिनसे अंदर
अंदर घुटती रहती है वो ।
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