गुनाह पर शायरी, स्टेटस, कोट्स, कविता | Best Gunah Shayari, Status, Quotes, Poetry & Thoughts
गुनाह पर शायरी, स्टेटस, कोट्स, कविता | Best Gunah Shayari, Status, Quotes, Poetry & Thoughts :-
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अगर इश्क़ गुनाह है तो गुनाहगार है खुदा,
जिसने बनाया दिल किसी पर आने के लिए।
आता है दाग-ए-हसरत-ए-दिल का शुमार याद,
मुझसे मेरे गुनाह का हिसाब ऐ खुदा न माँग।
गुनाह करके कहां जाओगे गालिब,
ये जमीन और आसमान सब उसी का है।
देखा तो सब के सर पे गुनाहों का बोझ था,
ख़ुश थे तमाम नेकियाँ दरिया में डाल कर।
कह दूँगा साफ़ हश्र में पूछेगा गर ख़ुदा,
लाखों गुनाह किए तेरी रहमत के ज़ोर पर।
छा जाती है चुप्पी अगर गुनाह अपने हों,
बात दूजे की हो तो शोर बहुत होता है।
दौर बदला तो मैं भी बदल सा गया,
बे-गुनाही से अपनी मुकरने लगा।
शिरकत गुनाह में भी रहे कुछ सवाब की,
तौबा के साथ तोड़िए बोतल शराब की।
याद आए हैं उफ़ गुनाह क्या क्या,
हाथ उठाए हैं जब दुआ के लिए।
लोग मुझे पत्थर मारने आये तो वो भी साथ थे,
जिनके गुनाह कभी हम अपने सर लिया करते थे।
कर दे मेरे गुनाहों को माफ़ ए ख़ुदा,
सुना है सोने के बाद, कुछ लोगों की सुबह नही होती।
अगर तेरे बिना जीना आसान होता तो,
कसम मुहब्बत की तुझे याद करना भी गुनाह समझते।
तेरी रहमत भी मोहताज़ है मेरे गुनाहों की,
मेरे बिना तू भी खुदा हो नहीं सकता।
क़ैदी हूँ पर मुल्जिम नहीं,
मुझ पर मोहब्बत का इल्जाम है।
मन करता है, कर लूं मैं कबूल गुनाह अपना,
पर सजा जो मुझे, उनके दिल में उम्र-कैद की मिले।
दुश्मनी हो जाती है मुफ्त में सैंकड़ों से,
इंसान का बेहतरीन होना ही गुनाह है।
बेगुनाह कोई नही, सबके राज़ होते है,
किसी के छप जाते है, किसी के छप जाते है।
ज़िंदगी कभी भी ले सकती है करवट, तू गुमा ना कर,
बुलंदिया छू हज़ार मगर, उसके लिए कोई गुनाह ना कर।
तुम कहाँ मंदिर में रब को ढूंढते हो,
वो वहाँ भी मौजूद है जहाँ तुम गुनाह करते हो।
बेकसूर कोई नहीं इस जमाने में,
बस सबके गुनाह उजागर नहीं होते।
गुनाह कुछ ऐसे हुए हमसे अनजाने में,
फूलों का कत्ल कर बैठे पत्थरों को मनाने में।
तेरी ख्वाहिश कर ली तो कौन सा गुनाह किया,
लोग तो इबादत में पूरी क़ायनात मांगते हैं खुदा से।
कोई और गुनाह करवा दे मुझ से मेरे खुदा,
मोहब्बत करना अब मेरे बस की बात नहीं।
गुनाह मेरे बड़े हैं, हैं तेरा दिल भी बड़ा,
यकीन हैं माफ करेगा तभी हूँ दर पे खड़ा।
गुनाह आँखो ने किया,
गिरफ्तार दिल हो गया है।
गुनाह किये होते, तो मांफ भी हो जाते साहिब,
ख़ता तो मुझसे ये हुई,कि उनसे इश्क़ हो गया।
मैं अमन सिंह आपका स्वागत करता हूं अपने इस ब्लॉग पर, आपको यहां बहुत ही खूबसूरत शायरियों का कलेक्शन मिलेगा। मैं आशा करता हूं आपको ये शायरियां पसंद आयेगी।
धन्यवाद।।
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